The Insolvency and Bankruptcy Code (IBC) 2016 was supposed to help in recovering mounting NPAs from the corporate sector. But over the years it has turned out to be a super salon where crores are written off in the name of haircuts and corporate sharks take over “ailing” companies for pittance. It is literally playing with public money.
This is the seventh in a series of report cards by the Financial Accountability Network India, that attempts (even if not exhaustively) to glance through and highlight a few of the claims and reality of the government’s performance across various sectors from a financial and economic lens. While the divisive and jingoist hyperboles in the media facilitate a collective amnesia, the report card is an attempt to brings back the question of accountability.
Read and download the report card here: IBC Haircuts | Report Card 2014-24
दस साल का हिसाब किताब आईबीसी: अमीरों के सलून पर रिपोर्ट कार्ड
इलेक्टोरल बांड के खुलासे के बाद कई बड़े लेनदेन के कारनामे सामने आ सकते है। नज़र रखते है। और नज़र डालते है IBC के प्रक्रिया से जुड़े कुछ पुराने कारनामों पर भी जो की NPA की वसूली के नाम पर चल रही है।
आईबीसी और हेयर-कट्स पर यह रिपोर्ट कार्ड (हालांकि निर्णायक नहीं) फाइनेंशियल अकाउंटेबिलिटी नेटवर्क इंडिया की एक श्रृंखला का हिस्सा है, जो वित्तीय और आर्थिक दृष्टिकोण से विभिन्न क्षेत्रों में सरकार के प्रदर्शन के कुछ दावों और वास्तविकता पर नज़र डालने और उजागर करने का एक प्रयास है।
यहाँ रिपोर्ट हिन्दी में पढ़ें: अमीरों के सलून पर रिपोर्ट कार्ड २०१४-२४