बैंक लोक कल्याण से भटक कर व्यावसायिक कल्याण के मार्ग पर चले गए हैं, उन्होंने लोगों की सेवा करने के बजाए उनका शोषण करना शुरू कर दिया है, वे कॉर्पोरेट को दिये ऋणों से हुए नुकसान की वसूली आम लोगों से बैंक चार्जेस के माध्यम से करने लगे हैं। वे…
![बैंकों ने लोगों की सेवा करने के बजाए उनका शोषण करना शुरू कर दिया है](https://www.fanindia.net/wp-content/uploads/2020/04/quran.jpeg)
Financial Accountability Network – India
Striving to Make Financial Institutions Accountable
बैंक लोक कल्याण से भटक कर व्यावसायिक कल्याण के मार्ग पर चले गए हैं, उन्होंने लोगों की सेवा करने के बजाए उनका शोषण करना शुरू कर दिया है, वे कॉर्पोरेट को दिये ऋणों से हुए नुकसान की वसूली आम लोगों से बैंक चार्जेस के माध्यम से करने लगे हैं। वे…